बीएमसी की गार्डन लाइब्रेरी बढ़ा रही है बच्चों में किताबों के प्रति रूचि, सीएसआर से मिलता है सपोर्ट

 

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आज के इस वर्चुअल जिंदगी में किताबों और नेचर से जुड़ाव के लिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) एक ऐसे पहल का विस्तार कर रही है जिससे बच्चों में किताबों के प्रति रुचि बढ़ रही है। दरअसल बीएमसी मुफ्त गार्डन लाइब्रेरी का लगातार विस्तार कर रही है। गौरतलब है कि बीएमसी की ये पहल एक बड़ी योजना का हिस्सा है, जिसके तहत हर वार्ड में एक गार्डन लाइब्रेरी स्थापित की गयी है। बीएमसी की इस पहल का मुख्य उद्देश्य बच्चों के बौद्धिक और शारीरिक विकास के साथ-साथ उन्हें किताबों के प्रति रुचि जगाना है।

बीएमसी की गार्डन लाइब्रेरी को मिल रहा है सीएसआर से सपोर्ट

बीएमसी के गार्डन सुपरिटेंडेंट जितेंद्र परदेशी ने The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए बताया कि इन लाइब्रेरियों के निर्माण के लिए फंडिंग कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) के तहत की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत, कंपनियां अपने सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए इस प्रकार की परियोजनाओं के लिए फाइनेंसियल सपोर्ट कर रही हैं। Jitendra Pardeshi कहते है कि इन Free Library Gardens में बैठकर Nature और Book के साथ सीधा जुड़ा जा सकता है। Project Mumbai, Rotary Club, Meghashrey, Gabula Foundation जैसी संस्थाएं यहां सीएसआर के तहत किताबें दान करती है।

कंपटीशन, जीके, जीवनियां, इतिहास समेत कई रोचक किताबें पढ़ने का एक ठिकाना

बीएमसी की फ्री लाइब्रेरी गार्डन में उपलब्ध पुस्तकों का चयन बच्चों के बौद्धिक विकास और उनकी रुचियों को ध्यान में रखकर किया जाता है। यहां बच्चों को फेमस व्यक्तियों की जीवनियां, ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित किताबें, प्रकृति से संबंधित पुस्तकें और ज्यादातर कंपटीशन और जीके पर आधारित किताबें पढ़ने को मिलेंगी। ये पुस्तकें बच्चों को मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से उपलब्ध कराई गई हैं। इसके साथ ही, बीएमसी का उद्देश्य बच्चों में खेल और कसरत के प्रति रुचि पैदा करना भी है। यहां तक कि बच्चें यहां UPSC और MPSC के एग्जाम की तैयारी करने आते है।

गार्डन लाइब्रेरी, एक अनूठा प्रयास

मुंबई जैसे शहर में जहां खुली जगहों की कमी होती जा रही है, वहां गार्डन लाइब्रेरी जैसी पहल एक अनूठा प्रयास है। यह पहल न केवल बच्चों को एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण में पढ़ने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि उनके मानसिक विकास में भी सहायक है। बगीचों में यह बौद्धिक स्थान बच्चों को केवल किताबें पढ़ने तक सीमित नहीं करता, बल्कि उन्हें अपने दोस्तों के साथ बातचीत करने, विचार-विमर्श करने और ज्ञान का आदान-प्रदान करने का अवसर भी देता है।

तकनीक के युग में किताबों की अहमियत बनाता है BMC का Garden Library

आज के इस डिजिटल युग में, जहां मोबाइल फोन, टैबलेट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बच्चों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुके हैं, किताबों से जुड़ाव घटता जा रहा है। पढ़ने की आदत, जो एक समय में बच्चों के मानसिक विकास का एक प्रमुख हिस्सा हुआ करती थी, अब धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है। ऐसे समय में बीएमसी की यह पहल बच्चों को किताबों की ओर लौटाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। फिलहाल BMC की Garden Department ने मुंबई के कुल 24 वार्डों में 24 Library Garden संचालित कर रही है जो बच्चों के लिए एक आदर्श स्थान बनती जा रही है।

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